मालती को गुजरे 5 साल हो गए थे । ना जाने क्यों आज मालती की बहुत याद आ रही थी। शायद इसलिए क्योंकि फिर से बारिश ने खिड़की पर दस्तक दी थी या फिर क्योंकि आज हमारी शादी की पचासवीं सालगिरह थी ।
घंटी – दी डोर बैल – Gaint Tiny Story
दीदी, मै कल से काम पे नहीं आएगी। अरे क्या हुआ बिमला। कुछ नहीं हुआ दीदी । तोह फिर काम पे क्यों नहीं आयेगी। ऐसे ही दीदी। ऐसे ही क्या होता है,