बेरुखी कहे या बदतमीजी उनकी
बात हमें करनी है तो तब्बजो नहीं देते
गुफ्तगू करने का मन गर उनका हो
तो हमारी रजामंदी भी नहीं पूछते |
𝐋𝐢𝐯𝐞 𝐭𝐡𝐞 𝐥𝐢𝐟𝐞 𝐚𝐬 𝐲𝐨𝐮𝐫 𝐨𝐰𝐧 𝐥𝐮𝐱𝐮𝐫𝐲
बेरुखी कहे या बदतमीजी उनकी
बात हमें करनी है तो तब्बजो नहीं देते
गुफ्तगू करने का मन गर उनका हो
तो हमारी रजामंदी भी नहीं पूछते |